तर्ज,मिसरी सी मीठी बता
गौरा म्हारी है मतवाली ईशर कामन गारा सा।रूप सजीलो थारो प्यारो सबके मनडे भाओ सा।गोरा थारी नथली प्यारी प्यारी थारे गल मोतियन री माल।गोरा थारे पांव घुघरिया बाजे,म्हारो मनडो लियो चुराए।
माथा मैमाद्द काना कुंडल होठां लाली सजी रहवे।पूछा चुडलो कड़ियां साड़ी, सर पर चुनर सजी रहवे।गोरा म्हाने आशीर्वाद थे दिजयो,थारा दोन्युं हाथ फिराई।गोरा महे थाने पूजा माता,सोलह दिन घर बैठाए।गोरा म्हारी आशा पूरी कर दो थारा सदा करा गुणगान।
महे तो थांसु गोरा मांगा थासो सुहाग दिज्यों मां।अमर रहवे या जोड़ी म्हारी एसो आशीष दिज्यो मां।गोरा म्हारा सुसरा दशरथ जी सा। दोदोजी विष्णु समान।गोरा म्हारी सासु हो राजरानी म्हारो लाड घनों ही लड़ाए।गोरा म्हारा राम सरीखा स्वामी म्हारो मनडो रहे हर्साय।गोरा म्हारे घर आंगन में उषा,हर पल खुशी लहराए।
गौरा म्हारी है मतवाली ईशर कामन गारा सा।रूप सजीलो थारो प्यारो सबके मनडे भाओ सा।गोरा थारी नथली प्यारी प्यारी थारे गल मोतियन री माल।गोरा थारे पांव घुघरिया बाजे,म्हारो मनडो लियो चुराए।