इस कलयुग के संचालन का जिसके हाथ में तार है। वह लखदातार है वह लखदातार है।
जगत की सत्ता के हाथ में यही इसे चलाता है। हर हारे का बनके सहारा बेड़ा पार लगाता है। इसका खजाना खाली ना होता जिसमें प्रेम अपार है।वह लखदातार है वह लखदातार है।
इस कलयुग के संचालन का जिसके हाथ में तार है। वह लखदातार है वह लखदातार है।
पहला ऐसा देव है जो नैनों से लेता काम है। दृष्टि डालकर मैचिंग करता वो तो केवल श्याम है।वह लखदातार है वह लखदातार है।
इस कलयुग के संचालन का जिसके हाथ में तार है। वह लखदातार है वह लखदातार है।