निराली श्याम की नगरी निराला श्याम मेरा है।उमड़ता प्यार का सागर जहां बाबा का डेरा है।
जिधर भी देखता हूं मैं लगा खुशियों का डेरा है। मेरे बाबा के दर पर तो लगा भक्तों का मेला है। बड़ा दिलकश बड़ा प्यारा यहां का हर नजारा है।उमड़ता प्यार का सागर जहां बाबा का डेरा है।
निराली श्याम की नगरी निराला श्याम मेरा है।उमड़ता प्यार का सागर जहां बाबा का डेरा है।
सिमट आए सभी तीरथ मेरे बाबा की नगरी में। नजर आते हैं चारों धाम मेरे बाबा की नगरी में। शरण में आने वालों को यहां मिलता सहारा है। उमड़ता प्यार का सागर जहां बाबा का डेरा है।
निराली श्याम की नगरी निराला श्याम मेरा है।उमड़ता प्यार का सागर जहां बाबा का डेरा है।
फिजा रंगीन सी लगती जहां रंगीन है सारा। दिलों की बात मत पूछो यहां हर दिल है दीवाना। फिजाएं हो रही रंगीन हवाओं में तराना है। उमड़ता प्यार का सागर जहां बाबा का डेरा है।
निराली श्याम की नगरी निराला श्याम मेरा है।उमड़ता प्यार का सागर जहां बाबा का डेरा है।
मिले जब श्याम का प्रेमी तो यूं महसूस होता है। मिला अपनों से भी बढ़कर बड़ा नजदीक रिश्ता है। मिला जो प्रेम का तोहफा नंदू भक्तों पर वारा है। उमड़ता प्यार का सागर जहां बाबा का डेरा है।
निराली श्याम की नगरी निराला श्याम मेरा है।उमड़ता प्यार का सागर जहां बाबा का डेरा है।