जैसे दिल्ली दिल वालों की दिल वालों का श्याम। प्रेम से बोलो जय बाबा की खाटू वाले श्याम।जैसे दिल्ली दिल वालों की दिल वालों का श्याम। प्रेम से बोलो जय बाबा की खाटू वाले श्याम।
दिल्ली के दिल के अंदर मेरे बाबा का है मंदर। सिंगार इतना सुंदर है क्या खूब सजाया मंदर। भारत की राजधानी में राज करे मेरा श्याम।प्रेम से बोलो जय बाबा की खाटू वाले श्याम।
जैसे दिल्ली दिल वालों की दिल वालों का श्याम। प्रेम से बोलो जय बाबा की खाटू वाले श्याम।
मेरे सांवरिया को देखो बैठा खाटू वाला। सेठ सांवरिया देख लो यह मोर छड़ी मतवाला। कमी नहीं है दानी की मेरा शीश का दानी श्याम। प्रेम से बोलो जय बाबा की खाटू वाले श्याम।
जैसे दिल्ली दिल वालों की दिल वालों का श्याम। प्रेम से बोलो जय बाबा की खाटू वाले श्याम।
ग्यारस का बाबा कीर्तन कीर्तन में आनंद बरसे। खुला दरबार खाटू का दर्शन में कृपा बरसे। बजती मुरली मेरे श्याम की सज्जन दिल्ली का।प्रेम से बोलो जय बाबा की खाटू वाले श्याम।
जैसे दिल्ली दिल वालों की दिल वालों का श्याम। प्रेम से बोलो जय बाबा की खाटू वाले श्याम।