बेगा पधारो म्हारा श्याम सुंदर की अर्जी आई रे। गौ घबराई रे।
बालपना में लाड लडायो मां कहकर बतलाई रे। बुढ़ापा में बेच देवे म्हाने थाने दया नहीं आई रे।गौ घबराई रे।बेगा पधारो म्हारा श्याम सुंदर की अर्जी आई रे। गौ घबराई रे।
सतयुग त्रेता द्वापर में तो आप ही गाय चराई रे। कलियुग माही मां पर देखो छूरी चलाई रे।गौ घबराई रे।बेगा पधारो म्हारा श्याम सुंदर की अर्जी आई रे। गौ घबराई रे।
के भक्तों के कारण अटकिया के थाने निद्रा आई रे।ऐसी भूल कईयां हो गई अधबीच पीस गई रे।गौ घबराई रे।बेगा पधारो म्हारा श्याम सुंदर की अर्जी आई रे। गौ घबराई रे।
मीरा के प्रभु गिरिधर नागर हरि चरण चित लाई रे। गौ माता री विनती सब सखियां सुनाई रे। गौ घबराई रे।बेगा पधारो म्हारा श्याम सुंदर की अर्जी आई रे। गौ घबराई रे।