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shadi geet

Matak ke chalungi he chatak ke chalungi,मटक क चालूंगी हे चटक क चालूंगी,shadi geet

मटक क चालूंगी,हे चटक क चालूंगी।

अपणे सुसरे के आगै बहुअड कैसे चालैगी
अपणे सुसरे के आगै बहुअड कैसे चालैगी
मैं तो गज का घूँघट काढ़ मटक क चालूंगी
हे मटक क चालूंगी,हे चटक क चालूंगी।



मेरा रोवै हीरालाल गोदी म ले ल्यूंगी,
हे गोदी म ले ल्यूंगी हे छाती क ला ल्यूंगी
उसके पैर तले का रेत चूल्हे म डालूंगी
हे चटक क चालूंगी,हे मटक क चालूंगी।





अपणे जेठ के आगै बहुअड कैसे चालैगी
अपणे जेठ के आगै बहुअड कैसे चालैगी। मेरा रोवै हीरालाल गोदी म ले ल्यूंगी,
तो काणा घूँघट काढ़ मटक क चालूंगी,हे मटक क चालूंगी,हे चटक क चालूंगी।





अपणे देवर के आगै बहुअड कैसे चालैगी
अपणे देवर के आगै बहुअड कैसे चालैगी।
मैं तो काँधे चुन्नी गेर मटक क चालूंगी।हे मटक क चालूंगी,हे चटक क चालूंगी।
मेरा रोवै हीरालाल गोदी म ले ल्यूंगी
हे गोदी म ले ल्यूंगी हे छाती क ला ल्यूंगी
उसके पैर तले का रेत चूल्हे म डालूंगी।





अपणे कंथे के आगै बहुअड कैसे चालैगी
अपणे कंथे के आगै बहुअड कैसे चालैगी।
मैं तो धोरै कुर्सी घाल बरोबर बैठूंगी
हे बरोबर बैठूंगी,है मैं बातां कर ल्यूंगी।
मेरा रोवै हीरालाल गोदी म ले ल्यूंगी
हे गोदी म ले ल्यूंगी हे छाती क ला ल्यूंगी
उसके पैर तले का रेत चूल्हे म डालूंगी
हे चटक क चालूंगी,हे मटक क चालूंगी।

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