तर्ज, एक प्यार का नगमा है
जीवन की नैया को मेरे श्याम चलाते हैं। गम की हर आंधी को मेरे श्याम मिटाते हैं।जीवन की नैया को मेरे श्याम चलाते हैं।
नादान है हम सारे जो खुद पर गुमान करें। सारी इस सृष्टि को सांवरिया कमांड करें। सब खेल इन्ही के हैं यही सब रचाते हैं।गम की हर आंधी को मेरे श्याम मिटाते हैं।
जीवन की नैया को मेरे श्याम चलाते हैं। गम की हर आंधी को मेरे श्याम मिटाते हैं।जीवन की नैया को मेरे श्याम चलाते हैं।
हारा ना कभी भी वह जिसने है नाम लिया। अपने प्रेमी का यह हर हाल में काम किया। मुश्किल की घड़ियों को आसान बनाते हैं।गम की हर आंधी को मेरे श्याम मिटाते हैं।
जीवन की नैया को मेरे श्याम चलाते हैं। गम की हर आंधी को मेरे श्याम मिटाते हैं।जीवन की नैया को मेरे श्याम चलाते हैं।
सुख दुख आते जाते जीवन का हिस्सा है। साथी जो श्याम बने बड़ा सुंदर किस्सा है। राकेश इनका बन जा जीवन जो सजाते हैं।गम की हर आंधी को मेरे श्याम मिटाते हैं।
जीवन की नैया को मेरे श्याम चलाते हैं। गम की हर आंधी को मेरे श्याम मिटाते हैं।जीवन की नैया को मेरे श्याम चलाते हैं।