सांवरिया रे डालो रंग हाय में रंगीली हो गई। बांके नैनों से पीली भंग हाय मैं नशीली हो गई।
घुंघट में रो उड़ उड़ जाए, रसिया मोसे नैना मिलाये। मोसे छलिया तो कर गयो छल हाय रे में छबीली हो गई।
सांवरिया रे डालो रंग हाय में रंगीली हो गई। बांके नैनों से पीली भंग हाय मैं नशीली हो गई।
लाखों बतिया लोग कहे हैं, सखियां भी मोहे पागल कहे हैं। मैं तो प्रीत में भई पागल, हाय री मैं कमली हो गई।
सांवरिया रे डालो रंग हाय में रंगीली हो गई। बांके नैनों से पीली भंग हाय मैं नशीली हो गई।
सांवरिया रे डालो रंग हाय में रंगीली हो गई। बांके नैनों से पीली भंग हाय मैं नशीली हो गई।