द्वारका सु आया भगवान गौ माता रोवे खड़ी-खड़ी।द्वारका सु आया भगवान गौ माता रोवे खड़ी-खड़ी।
तूं क्यूं रोव ये गौ माता, काई थापे विपदा पड़ी। गोपाल पूछे घड़ी घड़ी।द्वारका सु आया भगवान गौ माता रोवे खड़ी-खड़ी।
म्हारे रे गोमूत्र से दवाइयां बनावे। दवाइयां बनावे सारे भक्ता ने पिलाए। महान पवित्र हो जाए,तो भी महापर छुरी चली।द्वारका सु आया भगवान गौ माता रोवे खड़ी-खड़ी।
तूं क्यूं रोव ये गौ माता, काई थापे विपदा पड़ी। गोपाल पूछे घड़ी घड़ी।द्वारका सु आया भगवान गौ माता रोवे खड़ी-खड़ी।
म्हारे रे गोबर से आंगनिया लिपावे।आंगनिया लिपावे मोत्यां चोक पुरावे। आंगनिया पवित्र हो जाए,,तो भी महापर छुरी चली।द्वारका सु आया भगवान गौ माता रोवे खड़ी-खड़ी।
तूं क्यूं रोव ये गौ माता, काई थापे विपदा पड़ी। गोपाल पूछे घड़ी घड़ी।द्वारका सु आया भगवान गौ माता रोवे खड़ी-खड़ी।
मारे रे दूध से दहीडो जमावे।दहीडो जमावे, बिसू माखनियो बनावे।म्हारे रे सांवरिया के भोग लगावे।,तो भी महापर छुरी चली।द्वारका सु आया भगवान गौ माता रोवे खड़ी-खड़ी।
तूं क्यूं रोव ये गौ माता, काई थापे विपदा पड़ी। गोपाल पूछे घड़ी घड़ी।द्वारका सु आया भगवान गौ माता रोवे खड़ी-खड़ी।
म्हारे रे माखन से घीरत निकाले।घीरत निकाले थारी जोत जगाए। मंदिरिया जगमग होए,,तो भी महापर छुरी चली।द्वारका सु आया भगवान गौ माता रोवे खड़ी-खड़ी।
तूं क्यूं रोव ये गौ माता, काई थापे विपदा पड़ी। गोपाल पूछे घड़ी घड़ी।द्वारका सु आया भगवान गौ माता रोवे खड़ी-खड़ी।
चंद्र सखी की यही रे बिनती। सब भक्तों की यही रे विनती। गौ रक्षा करो भगवान गौ माता रोवे खड़ी-खड़ी।
तूं क्यूं रोव ये गौ माता, काई थापे विपदा पड़ी। गोपाल पूछे घड़ी घड़ी।द्वारका सु आया भगवान गौ माता रोवे खड़ी-खड़ी।
द्वारका सु आया भगवान गौ माता रोवे खड़ी-खड़ी।द्वारका सु आया भगवान गौ माता रोवे खड़ी-खड़ी।