Categories
श्याम भजन लिरिक्स

Tujhe hatho se sajau mere sawre,तुझे हाथों से सजाऊं बड़े चाव से,shyam bhajan

तुझे हाथों से सजाऊं बड़े चाव से।

तुझे जब से देखा है ओ सांवरे, मेरे मन में जगी है एक आस रे। तुझे हाथों से सजाऊं बड़े चाव से। मेरी बिनती तू कर स्वीकार रे।तुझे जब से देखा है ओ सांवरे, मेरे मन में जगी है एक आस रे।

कौन से रंग का आज बता दे बागा तू पहनेगा सांवरिया। फूल भी अपनी आज पसंद का कान में बदला सांवरिया। बागा घेरों वाला तुझे मैं पहनाऊं रे, चांद तारों से तुझको मैं सजाऊ रे।

तुझे जब से देखा है ओ सांवरे, मेरे मन में जगी है एक आस रे।

घूम घूम कर बाग बगीचे चुनचुन फूलों को पिरूवा दूं। बागा में फूलों से जड़वाऊं तेरा इत्तर से घर को महका दूं। तुझे आंखों में बसा लूं मैं सांवरे तेरा मोह चढ़े तो घनश्याम रे।

तुझे जब से देखा है ओ सांवरे, मेरे मन में जगी है एक आस रे।

पलकों की चादर आज बिछाकर तुझको सजाऊं मन भावो से। फूल कमल का फूल ए अशर्फी चंपा कमल और रजनी रे। तुझे फूलों से सजा दूंगा मैं सांवरे। पंकज नजर उतार लूंगा सांवरे।

तुझे जब से देखा है ओ सांवरे, मेरे मन में जगी है एक आस रे।

Leave a comment