तेरी जोत जले, तेरा भोग लगे
तेरी हो रही जय जयकार, मैया दर्शन दो एक बार।
कौन ने मैया तेरा भवन बनाया,
कौन ने छत्र चढ़ाया ,
पांच पांच पांडव ने भवन बनाया, अर्जुन छत्र चढ़ाया । तेरी ज्योत जले, तेरा भोग लगे
तेरी हो रही जय जयकार, मैया दर्शन दो एक बार।
कौन ने मैया तेरे दीप जलाये,
कौन ने भोग लगाया । कुंती ने मैया तेरे दीप जलाये, द्रोपदी ने भोग लगाए ।तेरी जोत जले, तेरा भोग लगे
तेरी हो रही जय जयकार, मैया दर्शन दो एक बार।
काहे के काजे मैया दीप जलाये।
काहे का भोग मैं वारी जाऊँ । दूध कै काजे दीप जलाये, पूत के काजे भोग, मैं वारी जाऊं।तेरी जोत जले, तेरा भोग लगे
तेरी हो रही जय जयकार, मैया दर्शन दो एक बार।
दूध की ओरी मैया दूध दये है, पूत दये भर गोद, मै वारि जाऊं,पूत दये भर गोद ।तेरी जोत जले, तेरा भोग लगे
तेरी हो रही जय जयकार, मैया दर्शन दो एक बार।