चांद चढ्यो गिगनार, किरतयां ढल रही जी ढल रही है। जा बाई सुदरा घर पधार माऊजी मारला जी मार ला।
बापूजी देवला, गाल बडोडो बीरो बरजेलो जी बर्जेलो।थे मत दीजयो म्हारी बाई न गाल, बाई म्हारी चिडकोली जी चिड़कोली।
आज उड़ पर बात सवार बाई उड़ ज्यासी जी उड़ ज्यासी, गोरयां रा दिन चार जवाईड़ो ले जासी जी लेजासी (सभी लड़कियों का नाम लेव)