एक देवता ऐसा देखा जिसके हाथ नहीं है। केवल शीश की पूजा होती फिर भी जवाब नहीं है। झोलियां भर्ती जाए झोलिया भर्ती जाए।।
भक्तों को यूं कहते देखा इसका हाथ है लंबा। लाख करोड़ों भक्त संभाले इतना बड़ा अचंभा। भीड़ यहां बढ़ती जाए झोलियां भर्ती जाए।
कोई माने या ना माने है यह करिश्मा सच्चा। बिना हाथ के नाव चलाएं भक्त के हाथ पकड़ता। बिगड़ी बनती जाए झोलिया भर्ती जाए।
नीले कि यह करे सवारी तीन बाण रखता है। मोर छड़ी को ऐसे घूमाए सारा जग झुकता है। बदलती किस्मत जाए झोलियां भर्ती जाए।
मात पिता को शीश नवाए ना अभिमान में डोले। आशीर्वाद दे बनवारी श्याम धनी से बोले। की नाक रगड़ती जाए झोलियां भर्ती जाए।
एक देवता ऐसा देखा जिसके हाथ नहीं है। केवल शीश की पूजा होती फिर भी जवाब नहीं है। झोलियां भर्ती जाए झोलिया भर्ती जाए।।