रंग डारी मैं कनुआ कारे ने रंग डारी।रंग डारी मैं कनुआ कारे ने रंग डारी।
बरसाने अचानक श्याम गया लिए
लाल गुलाल की सुन्दर झोली
लखि कुंजन में वृषभानु सुता
वह झोली मनोहर धीरे से खोली
दृग मीच गुलाल लगाए दियो
हुई धोखे से आज ये अजीब ठिठोली
अब और विशेष ना छेड़ो इसे
मन मोहन होनी सी थो मैं होली।।
रंग डारी मैं कनुआ कारे ने रंग डारी
रंग डारी मैं कनुआ कारे ने रंग डारी।।
रंग डारी रे कनुआ कारे ने रंग डारी
रंग डारी रे कनुआ कारे ने रंग डारी।।
हम्बे रंग डारी रे हांजी रंग दारी
कनुआ कारे ने रंग डारी
रंग डारी रे कनुआ कारे ने रंग डारी।।
ओ वारे रसिया ओ वारे छैला
ओ वारे रसिया ओ वारे छैला
होली वारे रसिया होली वारे छैला
होली वारे रसिया होली वारे छैला।।
रंग डारी रे कनुआ कारे ने रंग डारी
रंग डारी रे कनुआ कारे ने रंग डारी।।
भर पिचकारी मेरे मुखड़ा पे मारी
भर पिचकारी मेरे मुखड़ा पे मारी
नथनी आभ बिगड़ी रे
नथनी आभ बिगड़ी रे
रंग डारी रे कनुआ कारे ने रंग डारी
रंग डारी रे कनुआ कारे ने रंग डारी।।