ईश्वर दास जी के सोहे पीली पागड़ी ये मां, गोरा बाई ने चुनडली रो कोड़,रंगाई दो जामन चुनडी।
चुनडी रे चारु पल्ला घुघरा ये मां, बीच में सूरज और चांद,रंगाई दो जामन चुनडी। ईश्वर दास जी के सोहे पीली पागड़ी ये मां, गोरा बाई ने चुनडली रो कोड़,रंगाई दो जामन चुनडी।
ईश्वर दास जी के सोहे पीली पागड़ी ये मां, गोरा बाई ने चुनडली रो कोड़,रंगाई दो जामन चुनडी।
चुनडी रे चारु पल्ला चिर कढ़ाए दे मां।घुघरी घलाद्यो दादर मोर,रंगाई दो जामन चुनडी। ईश्वर दास जी के सोहे पीली पागड़ी ये मां, गोरा बाई ने चुनडली रो कोड़,रंगाई दो जामन चुनडी।
ईश्वर दास जी के सोहे पीली पागड़ी ये मां, गोरा बाई ने चुनडली रो कोड़,रंगाई दो जामन चुनडी।