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शिव भजन लिरिक्सshiv bhajan lyrics

Holi khele bholenath dekho gora ke pihar me,होली खेले भोलेनाथ देखो गोरा के पीहर में, shiv bhajan

होली खेले भोलेनाथ देखो गोरा के पीहर में।

होली खेले भोलेनाथ देखो गोरा के पीहर में।

गोरा की बहन निराली ओ सीता जनकपुर वाली। भोले हंसकर करते बात,देखो गोरा के पीहर में।होली खेले भोलेनाथ देखो गोरा के पीहर में।

गोरा की बहन नीराली काली कलकत्ते वाली। वह भी भेज रही खुद साथ, देखो गोरा के पीहर में।होली खेले भोलेनाथ देखो गोरा के पीहर में।

गोरा की बहन निराली वह ज्वाला हिमाचल वाली।बोली खेलूं सारी रात,देखो गोरा के पीहर में।होली खेले भोलेनाथ देखो गोरा के पीहर में।

गोरा की बहन निराली वह वैश्णु जम्मू वाली।करती रंगों की बरसात,देखो गोरा के पीहर में।होली खेले भोलेनाथ देखो गोरा के पीहर में।

गोरा की बहन निराली वह हरिद्वार वाली।खेले पकड़ पकड़ के हाथ,देखो गोरा के पीहर में।होली खेले भोलेनाथ देखो गोरा के पीहर में।

गोरा की बहन निराली वह नैनीताल वाली।भर रही रंगों की परात,देखो गोरा के पीहर में।होली खेले भोलेनाथ देखो गोरा के पीहर में।

गोरा की बहन निराली वह एक हिमाचल वाली।बोली तुम डाल में पात ,देखो गोरा के पीहर में।होली खेले भोलेनाथ देखो गोरा के पीहर में।

गोरा की बहन निराली वह तुलसी जी मतवाली। जैसे लहरी हवा के साथ, देखो गोरा के पीहर में।होली खेले भोलेनाथ देखो गोरा के पीहर में।

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