दशरथजी ओ दरवाजों खोल ।
थापर महर कर छ माता सीतला । म्हांर कोई फरमाव माता सीतला ।
थांस लेसीजी गठजोड़ा से जात, थां न देसी जी बेटा पोता से जोड़।थापर महर कर छ माता सीतला ।
म्हान कई फरमाव माता सीतला ।
थां न देसी जी गोद जडूला पूत । थांपर महर कर छ माता सीतला ।
रामचन्द्रजी ओ दरवाजो खोल थापर महर कर छ माता सीतला ।म्हान कई फरमाव माता सीतला । थांस लेसी जी राबड़ रोटियां री जेट,थापर महर कर छ माता सीतला ।