तर्ज,सावन का महीना
फागण का महीना बाबा आऊं तेरे द्वार
होली खेलें तेरे सागे सांवरिया सरकार।
भर गुलाल तेरे गाल लगाऊं,
माथे पे तेरे तिलक सजाऊँ
पाके दर्शन तेरे मुख के दिल के जुड़ गए तार
होली खेलें तेरे सागे सांवरिया सरकार।फागण का महीना बाबा आऊं तेरे द्वार
होली खेलें तेरे सागे सांवरिया सरकार।
तेरे प्रेम का रंग चढ़ाऊँ
मस्त फिरूं खाटू में आऊं
तेरे नाम की मस्ती मुझको करदे भव से पार
होली खेलें तेरे सागे सांवरिया सरकार।फागण का महीना बाबा आऊं तेरे द्वार
होली खेलें तेरे सागे सांवरिया सरकार।