रुक जा ओ राधे रानी रुक जा, आज में फोडूंगा तेरा मटका। छेड़ न कन्हाई पीछे हट जा, काहे को फोड़ेगा मेरा मटका।
जमना पे आ राधे, तुझे बंसी सुनाऊंगा ।बंसी की कसम राधे तुझे हाथ न लगाऊंगा। रुक जा ओ राधे रानी रुक जा आज में तेरा मटका।
मैया मुझसे पूछेगी कहा देर लगायी है। में सच बतला दूंगी तेरा कृष्ण कन्हाई है ।रुक जा औ राधे रानी रुक जा आज में फोडूंगा तेरा मटका।
रुक जा ओ राधे रानी रुक जा, आज में फोडूंगा तेरा मटका। छेड़ न कन्हाई पीछे हट जा, काहे को फोड़ेगा मेरा मटका।