उड़ रहयो प्रेम को रंग देश में होली आई रे। खाटू में बाजयो चंग,देश में होली आई रे।
दूर देश परदेश ने छोड़यो, छोड़या सारा काम। होली पे होली को रसियो आयो खाटू धाम। मनडे में उठे हिलोर बसंती हवा सुहाई रे।खाटू में बाजयो चंग,देश में होली आई रे।
उड़ रहयो प्रेम को रंग देश में होली आई रे। खाटू में बाजयो चंग,देश में होली आई रे।
1 साल से आयो रे बाबा मस्ती भरीओ मोको। फागण रो यो मस्त महीनो लागे सबने चोखो। बीकाने घुट रही भंग,देश में होली आई रे।खाटू में बाजयो चंग,देश में होली आई रे।
उड़ रहयो प्रेम को रंग देश में होली आई रे। खाटू में बाजयो चंग,देश में होली आई रे।