मंदिर में बैठे श्याम गमले में बैठी तुलसा।गमले में बैठी तुलसा।गमले में बैठी तुलसा।मंदिर में बैठे श्याम गमले में बैठी तुलसा
कहो तो तुलसा तेरा लहंगा सिलवा दूं। नहीं ओ मेरे श्याम राधा जी लड़ेगी। राधा जो लड़ेगी मेरा क्या कर लेगी। तुम ही तो तुलसा मेरे हृदय में बसोगी।मंदिर में बैठे श्याम गमले में बैठी तुलसा
कहो तो तुलसा तेरा टीका गढ़वा दूं।नहीं ओ मेरे श्याम राधा जी लड़ेगी। राधा जो लड़ेगी मेरा क्या कर लेगी। तुम ही तो तुलसा मेरे हृदय में बसोगी।मंदिर में बैठे श्याम गमले में बैठी तुलसा
कहो तो तुलसा तेरी नथनी घड़वा दूं।नहीं ओ मेरे श्याम राधा जी लड़ेगी। राधा जो लड़ेगी मेरा क्या कर लेगी। तुम ही तो तुलसा मेरे हृदय में बसोगी।मंदिर में बैठे श्याम गमले में बैठी तुलसा
कहो तो तुलसा तेरा हरवा बनवा दूं। नहीं ओ मेरे श्याम राधा जी लड़ेगी। राधा जो लड़ेगी मेरा क्या कर लेगी। तुम ही तो तुलसा मेरे हृदय में बसोगी।मंदिर में बैठे श्याम गमले में बैठी तुलसा
कहो तो तुलसा तेरी पायल बनवा दूं। नहीं ओ मेरे श्याम राधा जी लड़ेगी। राधा जो लड़ेगी मेरा क्या कर लेगी। तुम ही तो तुलसा मेरे हृदय में बसोगी।मंदिर में बैठे श्याम गमले में बैठी तुलसा
कहो तो तुलसा तेरा चुड़ला बनवा दूं। नहीं ओ मेरे श्याम राधा जी लड़ेगी। राधा जो लड़ेगी मेरा क्या कर लेगी। तुम ही तो तुलसा मेरे हृदय में बसोगी।मंदिर में बैठे श्याम गमले में बैठी तुलसा