रंगों की महकी खुशबू फागन का महीना आ गया। हर तरफ खाटू नगरी में अजब नजारा छा गया।
खूब धमाल मचे खाटू में आए जब लक्खी मेला। श्याम प्रेमियों के खातिर तो यह मेला है अलबेला। कर लो तैयारी चलने की तुम श्याम संदेशा आ गया।
रंगों की महकी खुशबू फागन का महीना आ गया। हर तरफ खाटू नगरी में अजब नजारा छा गया।
पहुंचे खाटू श्याम से मिलने करने रंगों की बारिश। खेले होली सांवरिया संग हर प्रेमी की ख्वाइश। सांवरे का प्यार दिलों में प्रेमियों के समा गया।
रंगों की महकी खुशबू फागन का महीना आ गया। हर तरफ खाटू नगरी में अजब नजारा छा गया।
मस्ती में सब झूमे नाचे प्यार बाबा का पाकर। क्या होता है दीवानापन देख लो खाटू आकर। देखकर मस्ती खाटू की कुंदन का मन भा गया।
रंगों की महकी खुशबू फागन का महीना आ गया। हर तरफ खाटू नगरी में अजब नजारा छा गया।