मेरे गणपत गजानंद आज खेले फाग होली। फाग होली औ गुलाल होली।मेरे गणपत गजानंद आज खेले फाग होली।
हाथ में कंचन की पिचकारी, होली खेले गजमुख धारी।करे सुंडों से रंग की बरसात,आज खेले फाग होली। फाग होली औ गुलाल होली।मेरे गणपत गजानंद आज खेले फाग होली।
खूब मची कैलाश में होरी। रंग गई रिद्धि सिद्धि प्यारी। रंग गई माता गोरा प्यारी। मेले गालों पर उनके गुलाल,खेले फाग होली।मेरे गणपत गजानंद आज खेले फाग होली।
रंग गए आज पिता त्रिपुरारी। रंग गई माता गोरा प्यारी। करे चरणों में उनके प्रणाम,खेले फाग होली।मेरे गणपत गजानंद आज खेले फाग होली।
ढोलक बाजे मजीरा बाजे। गाय फाग गजानंद नाचे। करें फूलों की वो बरसात,खेले फाग होली।मेरे गणपत गजानंद आज खेले फाग होली।
ऐसी होली खेले गजानंद। रस् से भर गए आनंद ही आनंद। रंगों में रंगे नर नार,खेले फाग होली।मेरे गणपत गजानंद आज खेले फाग होली।