खाटू के श्याम बिहारी, तेरी देखी सूरत प्यारी। दिल गई जाटनी हार, खाटू के सांवरिया।
तेरी सुनकर महिमा बाबा मैं खाटू दौड़ी आई। तेरा भोग लगावन खातिर बाजरे का चूरमा लाई। हे श्यामसुंदर बनवारी ले इसका स्वाद मुरारी।दिल गई जाटनी हार, खाटू के सांवरिया।
खाटू के श्याम बिहारी, तेरी देखी सूरत प्यारी। दिल गई जाटनी हार, खाटू के सांवरिया।
जब नजर से नजर मिलाई आपे में रह ना पाई। हो गई बावड़ी ऐसी बस तुझ में लगन लगाई। भक्ति की दुनिया सारी जाऊं तुझ पर बलिहारी। दिल गई जाटनी हार, खाटू के सांवरिया।
खाटू के श्याम बिहारी, तेरी देखी सूरत प्यारी। दिल गई जाटनी हार, खाटू के सांवरिया।
तुम सा ना कोई पाया मैंने ढूंढ लिया जग सारा। बाबा तेरी शरण में आकर हो गया मस्त मन प्यारा। जब देखी छवि तुम्हारी लगी चोट दिल पर करारी। दिल गई जाटनी हार, खाटू के सांवरिया।
खाटू के श्याम बिहारी, तेरी देखी सूरत प्यारी। दिल गई जाटनी हार, खाटू के सांवरिया।
तुम्हें श्याम सलोने देखा हो गया मेरा दिल घायल। कल मेले में नाचूंगी चाहे टूट भी जाए पायल। पीछे गई दुनियादारी हो जाओ मेरे बिहारी। दिल गई जाटनी हार, खाटू के सांवरिया।
खाटू के श्याम बिहारी, तेरी देखी सूरत प्यारी। दिल गई जाटनी हार, खाटू के सांवरिया।