भर लाये भभूत का झोला,होरी खेले बम बम भोला।
उत्त से आए श्याम बिहारी, लेकर गण ग्वालों का टोला।होरी खेले बम बम भोला।भर लाये भभूत का झोला,होरी खेले बम बम भोला।
इत्त से श्याम ने रंग बरसाया, पिचकारी से सबको भिगाया। गंगा में द्वारा खोला, होरी खेले बम बम भोला।भर लाये भभूत का झोला,होरी खेले बम बम भोला।
इत्त से प्यारा डमरू बोले, उत्त से बांसुरी होले होले।वाह रे भोला तेरा होला।होरी खेले बम बम भोला।भर लाये भभूत का झोला,होरी खेले बम बम भोला।
भोले ने जब राख उड़ाई।राख को लाल गुलाल बनाई। हरिहर में रंगा है चोला।होरी खेले बम बम भोला।भर लाये भभूत का झोला,होरी खेले बम बम भोला।
भर लाये भभूत का झोला,होरी खेले बम बम भोला।भर लाये भभूत का झोला,होरी खेले बम बम भोला।