तर्ज,चांद चढ़यो गिगनार
श्याम श्री श्याम म्हारो खाटू वालो श्याम।श्याम श्री श्याम म्हारो खाटू वालो श्याम।
टाबर हां थारा श्याम महे तो थे हो पालनहार म्हारा, था पर दारमदार, गाड़डली हाँको जी थे हांको।
टूटी फूटी नाव लेकर समदरसा में उतरगया जी। बिजली कड़के म्हाने डरावे हिवडो थरथर कांपे जी। पत राखो सरकार म्हारी कर दो बेड़ा पार,था पर दारमदार, गाड़डली हाँको जी थे हांको।
टाबर हां थारा श्याम महे तो थे हो पालनहार म्हारा, था पर दारमदार, गाड़डली हाँको जी थे हांको।
जग वाला कोई काम ना आया सगला मुंडा फेरया जी। दाम नहीं है जेब में मारे सगला रिश्ता तोड़या जी। मतलब को संसार सारो एक थे ही दातार म्हारो,था पर दारमदार, गाड़डली हाँको जी थे हांको।
टाबर हां थारा श्याम महे तो थे हो पालनहार म्हारा, था पर दारमदार, गाड़डली हाँको जी थे हांको।
थारे भरोसे जीवन चाले थे ही काम बनाओ जी। सौंप दियो हैं थाने बाबा सांसों की या डोर जी।मोहित कर पुकार बाबा सुन लो थे सरकार बाबा,था पर दारमदार, गाड़डली हाँको जी थे हांको।
टाबर हां थारा श्याम महे तो थे हो पालनहार म्हारा, था पर दारमदार, गाड़डली हाँको जी थे हांको।