सब भगता पे रंग चढ़यो फागणियो आयो रे। मन हरसायो रे श्याम बुलायो रे।
जदजद फागन महीनों आवे चाव घनों चढ़ जावे। श्याम धनी सू मिलबा खातिर मन यो बड़ो ललचावे। रंग रंगीलो मेलो लागे आनंद छायो रे।मन हरसायो रे श्याम बुलायो रे।
सब भगता पे रंग चढ़यो फागणियो आयो रे। मन हरसायो रे श्याम बुलायो रे।
जयकारों की गूंज से गूंजे खाटू नगरी सारी। भीड़ बड़ी भक्तों की लागे दुनिया आवे सारी। श्याम को मेलो है अलबेलो सबने भायों रे।मन हरसायो रे श्याम बुलायो रे।
सब भगता पे रंग चढ़यो फागणियो आयो रे। मन हरसायो रे श्याम बुलायो रे।
चिंता सारी श्याम हरेगो फागन मेलो आवे। दर्शन करके सांवरिया का कीर्तन में रम जावे। भक्त हैं जिनका भाग जोर का श्याम ने पायो रे। मन हरसायो रे श्याम बुलायो रे।
सब भगता पे रंग चढ़यो फागणियो आयो रे। मन हरसायो रे श्याम बुलायो रे।