मोहे गैया बना दे रे श्याम तेरे गोकुल की। गोकुल की रे बिंद्रावन की।मोहे गैया बना दे रे श्याम तेरे गोकुल की।
गैयां बन तेरे पीछे पीछे डोलू। तोहे छोड़ ईत उत्त नहीं डोलू। तेरी मुरली सुना दे रे,श्याम तेरे गोकुल की।मोहे गैया बना दे रे श्याम तेरे गोकुल की।
जब जब बजेगी तेरी मुरलिया। दौड़ दौड़ में आऊं सांवरिया। सुध बुध बिसरा दे रे,श्याम तेरे गोकुल की।मोहे गैया बना दे रे श्याम तेरे गोकुल की।
जब लाला तोहे भूख लगेगी।मेरे दूध की धार बहेगी। अपनी भूख मिटा ले रे, श्याम तेरे गोकुल की।मोहे गैया बना दे रे श्याम तेरे गोकुल की।
जब लाला तोहे लगेगी नजरिया। पूछ हीलाऊं मैं सांवरिया।तोहे झाड़ा लगाऊंगी,श्याम तेरे गोकुल की।मोहे गैया बना दे रे श्याम तेरे गोकुल की।
भोर होवे मोहे वन वन घुमाईयो। सांझ ढले तो घर ले आईयो।मधु अपनी बनायियो रे,श्याम तेरे गोकुल की।मोहे गैया बना दे रे श्याम तेरे गोकुल की।