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श्याम भजन लिरिक्स

Mere sar pe ghuma de mor chadi,तू आजा नीले पर चढ़कर मेरे सर पर घुमा दे मोर छड़ी,shyam bhajan

तू आजा नीले पर चढ़कर मेरे सर पर घुमा दे मोर छड़ी।

खाटू में लागया रे मेला,फागण में चालया रे रेला। जयकारा गूंजे घड़ी-घड़ी। तू आजा नीले पर चढ़कर मेरे सर पर घुमा दे मोर छड़ी।

है कमली वाला,है मुरली वाला।मेरे किस्मत का ये तूं खोल दे ताला। हार्या को सहारों, मेरो सर्वेश्वर।तेरी शोभा जग में सुनी बड़ी।तू आजा नीले पर चढ़कर मेरे सर पर घुमा दे मोर छड़ी।

हे लीलाधारी,कलयुग अवतारी। हे शीश का दानी,थारी अमर कहानी। कद म्हारे घर भी आ जाओ, रुखो सुखों भोग लगा जाओ।म्हारे घर भी खा ले बनी कढ़ी।तू आजा नीले पर चढ़कर मेरे सर पर घुमा दे मोर छड़ी।

तूं सेठ सांवरिया,में तेरो सुदामा।ना सर पे पगड़ी ना तन पे जामा।म्हारी हालत पे बाबा तरस ना आई,थारी यारी म्हाने खूब निभाई। थाने मधुर पुकारे घड़ी-घड़ी। तू आजा नीले पर चढ़कर मेरे सर पर घुमा दे मोर छड़ी।

खाटू में लागया रे मेला,फागण में चालया रे रेला। जयकारा गूंजे घड़ी-घड़ी। तू आजा नीले पर चढ़कर मेरे सर पर घुमा दे मोर छड़ी।

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