मैं कर दी लालम लाल सखी होली के रसिया ने। करे नीले पीले गाल सखी होली के रसिया ने। कसर कोई छोड़ी ना बेहाल कीयो होली के रसिया ने।मैं कर दी लालम लाल सखी होली के रसिया ने।
उसने मेरे संग में किनहीं मनमानी जी भर के री। डाले दो दो मटका रंग के ऊपर मेरे सर के री। मेरे संग में किया धमाल सखी होली के रसिया ने।कसर कोई छोड़ी ना बेहाल कीयो होली के रसिया ने।मैं कर दी लालम लाल सखी होली के रसिया ने।
बैठी थी मैं घर के अंदर बंद गेट को करके री। चोरी चोरी आया रसिया छत के नीचे उतर के री। मेरे रगड़ो खूब गुलाल सखी होली के रसिया ने। कसर कोई छोड़ी ना बेहाल कीयो होली के रसिया ने।मैं कर दी लालम लाल सखी होली के रसिया ने।
भांज बिगाड़ी चुनरिया की कहता राज अनाड़ी री। रंग बिरंगी कर दी अंगिया मार मार पिचकारी री। मुझे रंग से करी निहाल सखी होली के रसिया ने। कसर कोई छोड़ी ना बेहाल कीयो होली के रसिया ने।मैं कर दी लालम लाल सखी होली के रसिया ने।
मैं कर दी लालम लाल सखी होली के रसिया ने। करे नीले पीले गाल सखी होली के रसिया ने। कसर कोई छोड़ी ना बेहाल कीयो होली के रसिया ने।मैं कर दी लालम लाल सखी होली के रसिया ने।