ओ म्हारा बाबा लखदातार,भरता भगता रे भंडार। भगता पर अपनी कृपा का खजाना लूटाये रे। चल साथीडा ओ बाबा खाटू धाम बुलाए रे।
खाटू धाम की पावन माटी भगता पै जादू कर जाती। आ माटी री खुशबू महाने म्हारे श्याम की याद दिलाती। म्हारा श्याम बड़ा दिलवाला, बनता भक्ता रा रखवाला। अपने प्रेमी खातिर बाबा दौड़ा आए रे।चल साथीडा ओ बाबा खाटू धाम बुलाए रे।
हाथा में निशान उठावा बाबा का जयकारा लगाबा। पैदल पैदल चलते जावा श्याम कुंड में जाकर नहावा। म्हारे दिल में चैन ना आवे बाबा श्याम की याद सतावे। चेतक गाड़ी की सीटी आवाज लगाई रे। चल साथीडा ओ बाबा खाटू धाम बुलाए रे।
म्हारे श्याम की महिमा भारी करता लीले री असवारी। श्याम ने देखा हाथ में जोड़ा श्याम भरोसे मारी गाड़ी। लागे मोर छड़ी का झाड़ा म्हारा दुख मिट जावे सारा। राज मित्तल श्याम धणी के भजन बनावे रे।चल साथीडा ओ बाबा खाटू धाम बुलाए रे।
ओ म्हारा बाबा लखदातार,भरता भगता रे भंडार। भगता पर अपनी कृपा का खजाना लूटाये रे। चल साथीडा ओ बाबा खाटू धाम बुलाए रे।