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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Are tane pitungi nandlal tu roj ulahne lawe se,अरे तन पीटूंगी नंदलाल तू रोज उलाहने लावे से,krishna bhajan

अरे तन पीटूंगी नंदलाल तू रोज उलाहने लावे से।

अरे तन पीटूंगी नंदलाल तू रोज उलाहने लावे सेतू रोज उलाहने लावे से।तू रोज उलाहने लावे से।अरे तन पीटूंगी नंदलाल तू रोज उलाहने लावे से।

अरे मैं तो समझी थी तने भोला। तू ठहरा गजब का गोला। तू नए नए खेल खिलावे से। तू नए नए खेल खिलावे से।अरे तन पीटूंगी नंदलाल तू रोज उलाहने लावे से।

अरे क्यों नहीं लागता लखन। अरे क्यों खा लिया इसका मक्खन। तूं कोटे लाना लावे से।अरे तन पीटूंगी नंदलाल तू रोज उलाहने लावे से।अरे तन पीटूंगी नंदलाल तू रोज उलाहने लावे से।

अरे तु या बाण छोड़ खटपट की। मैं तेरी जानू सु घट घट की। ओ मटकी ना फोड़ बगावे से,मटकी ना फोड़ बगावे से।अरे तन पीटूंगी नंदलाल तू रोज उलाहने लावे से।अरे तन पीटूंगी नंदलाल तू रोज उलाहने लावे से।

तेरे नित नित के रोज उलाने। तने खाली रे मैं मर जाने। तू क्यों मेरा लहू जलावे से। क्यों मेरा लहू जलावे से।अरे तन पीटूंगी नंदलाल तू रोज उलाहने लावे से।अरे तन पीटूंगी नंदलाल तू रोज उलाहने लावे से।

कर ले सतगुरु जी की सेवा। तने मिल जागी कृष्ण मेवा मने रणधीर बतावे से। मने रणधीर बतावे से।अरे तन पीटूंगी नंदलाल तू रोज उलाहने लावे से।अरे तन पीटूंगी नंदलाल तू रोज उलाहने लावे से।

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