तर्ज,धमाल
पेंचो बांध ले फागण में अबके श्याम धनी सरकार,पेंचो बांध ले। 2 दिन खातिर बनडो बन जा के बिगड़े दिलदार,पेंचो बांध ले।
बनडो बन कर बैठ जा बाबा, एक कमी क्यों राखे जी।देख बांधकर पेंचो मुख से बोलेगा दरबार,पेंचो बांध ले।
पेंचो बांध ले फागण में अबके श्याम धनी सरकार,पेंचो बांध ले। 2 दिन खातिर बनडो बन जा के बिगड़े दिलदार,पेंचो बांध ले।
फागण रंग रंगीलो बाबा तू भी देव निरालो रे। सब देवा ने एक तू ही है पेंचे को हकदार,पेंचो बांध ले
पेंचो बांध ले फागण में अबके श्याम धनी सरकार,पेंचो बांध ले। 2 दिन खातिर बनडो बन जा के बिगड़े दिलदार,पेंचो बांध ले।
पेंचो लहरियो बांध सांवरिया खूब जचगो फागण में। गर थारे से नहीं बंधे तो भगत खड़ा तैयार,पेंचो बांध ले
पेंचो बांध ले फागण में अबके श्याम धनी सरकार,पेंचो बांध ले। 2 दिन खातिर बनडो बन जा के बिगड़े दिलदार,पेंचो बांध ले।
जयपुर कुन सो दूर है बाबा पेंचा सोना सोना रे। कुन्न सो थाने चाहिए बठे भगता री भरमार,पेंचो बांध ले
पेंचो बांध ले फागण में अबके श्याम धनी सरकार,पेंचो बांध ले। 2 दिन खातिर बनडो बन जा के बिगड़े दिलदार,पेंचो बांध ले।
मोर पंख की बना कलंगी पेचे मे अटकाओ जी। बनवारी फिर हो जा लीले घोड़े पर असवार,पेंचो बांध ले
पेंचो बांध ले फागण में अबके श्याम धनी सरकार,पेंचो बांध ले। 2 दिन खातिर बनडो बन जा के बिगड़े दिलदार,पेंचो बांध ले।