मान जा सेठानी में तो खाटू जाऊंगा।आया बाबा का बुलावा में तो मिलके आऊंगा।
बागा जयपुर से में लाया मेरे बाबा ने मंगवाया। रंग केसरिया गुलाबी मेरे श्याम ने रंगवाया। श्याम दरबार का में इत्र लगाऊंगा।आया बाबा का बुलावा में तो मिलके आऊंगा।
मोगरा चमेली के में फूल मंगवाऊं। कमल गुलाब से में बाबा को सजाऊं।आर्किड के फूल कलकत्ता से लाऊंगा।आया बाबा का बुलावा में तो मिलके आऊंगा।
पेड़े मथुरा से ले आऊं भोग बाबा को लगाऊं। बीकानेर की मिठाई छप्पन भोग बनाऊं।दूध गाय का उसमें केशर मिलाऊंगा।आया बाबा का बुलावा में तो मिलके आऊंगा।
आया फागुन का मेला पिया रंग जमाएंगे। श्याम दरबार में हम धूम मचाएंगे। डीजे ऊपर नेहा जी के भजन वजाऊंगी। तेरी मान गई रे सेठ में भी खाटू जाऊंगी। आया बाबा का बुलावा में तो मिलके आऊंगा।
मान जा सेठानी में तो खाटू जाऊंगा।आया बाबा का बुलावा में तो मिलके आऊंगा।आया बाबा का बुलावा में तो मिलके आऊंगा।आया बाबा का बुलावा में तो मिलके आऊंगा।