तर्ज,टूटे बाजूबंद री लूम
आयो फागण को त्यौहार नाचे ठुमक-ठुमक दातार। साग नाचे श्याम को लीलो छम छम भक्ता की भरमार। आयो रंगीलो फागणियो सज कर बैठयो है सांवरिया मारो लखदातार।
ज्यों फागन निडे आवे मने कुछ भी नही सुहावे। आंखया में निंदडली घुल घुल बाबा पाछी ही उड़ जावे।आयो रंगीलो फागणियो सज कर बैठयो है सांवरिया मारो लखदातार।
इत्र की खुशबू भारी खाटू का श्याम बिहारी। तेरो रूप सलोना देख सांवरा जाऊं मैं बलिहारी।आयो रंगीलो फागणियो सज कर बैठयो है सांवरिया मारो लखदातार।
सेवक दूर-दूर से आवे। फागण में रह नहीं पावे।पाच्छा जाता मुड़ मुड़ देख थाने म्हारो मन घबराए।आयो रंगीलो फागणियो सज कर बैठयो है सांवरिया मारो लखदातार।
कोई रंग गुलाल उड़ावे संग चंग धमाल मचावे। माही के संग होली खेले सांवरो नाचे रंग लुटाव।आयो रंगीलो फागणियो सज कर बैठयो है सांवरिया मारो लखदातार।
आयो फागण को त्यौहार नाचे ठुमक-ठुमक दातार। साग नाचे श्याम को लीलो छम छम भक्ता की भरमार। आयो रंगीलो फागणियो सज कर बैठयो है सांवरिया मारो लखदातार।