मैं तो हूं भक्तों का दास भगत मेरी मुकुट मणि।
जो कोई भजें भजू में वाको रहूं दासन को दास। सेवा करे करूं में सेवा हो सच्चा विश्वास।भगत मेरी मुकुट मणि।मैं तो हूं भक्तों का दास भगत मेरी मुकुट मणि।
झूठा खाऊं गले लगाऊं नहीं जात को ध्यान। आचार विचार कछु ना देखूं देखु प्रेम सम्मान।भगत मेरी मुकुट मणि।मैं तो हूं भक्तों का दास भगत मेरी मुकुट मणि।
पैर दबाऊं सेज बिछाऊं नौकर बनूं हजार। हांकूं बैल बनूं गढ़वाला बिन तन का रखवान।भगत मेरी मुकुट मणि।मैं तो हूं भक्तों का दास भगत मेरी मुकुट मणि।
मैं तो हूं भक्तों का दास भगत मेरी मुकुट मणि।मैं तो हूं भक्तों का दास भगत मेरी मुकुट मणि।