होली खेलनी ऐ अज तेरे नाल ओ वृन्दावन रैन
वालया, वृन्दावन रहण वालया,होली खेलनी…….
थक गया जग नाल खेल-खेल होलियाँ,भर-भर
रंगा दिया गागरा ने डोलियाँ,रंग ले गया, नालो
नाल वृन्दावन रहण वालया,होली खेलनी…….
छड मुरली हुण फड पिचकारी वे,प्रेम दे रंग विच
रंग दुनिया सारी वे,तू वी हो जा,ला लो लाल
वृन्दावन रहण वालया,होली खेलनी………
खेल गुलाल चाहे खेल गुल होली वे,खेल लठ
होली भावे खेल फूल होली वे, भावे खेले,तू
मकखना दे नाल वृन्दावन रहण वालया,होली
खेलनी……..
बज रहे होलियाँ ते ढोल नगाडे ने,नच ले आप
अज नच रहे सारे ने,अज नच-नच के, हो जा
निहाल वृन्दावन रहण वालया होली खेलनी…..
होली खेलनी ऐ अज तेरे नाल ओ वृन्दावन रैन
वालया, वृन्दावन रहण वालया,होली खेलनी…….