गुरु मेरी पूजा गुरु गोबिंद
गुरु मेरा पारब्रह्म, गुरु भगवंत।
गुरु मेरा देव अलख अभेव
सरब पूज्य, चरण गुरु सेवू।
गुरु बिन अवर नहीं मैं थाओ
अन दिन जपो, गुर गुर नाओ।
गुरु मेरा ग्यान, गुरु रिदे धयान
गुरु गोपाल पुरख भगवान्।
गुरु की सरन रहूँ कर जोर
गुरु बिना मैं नाही होर।
गुरु बोहित तारे भव पार
गुरु सेवा ते यम छुटकार।
अन्धकार में गुरु मन्त्र उजारा
गुरु कै संग सगल निस्तारा।
गुरु पूरा पाईये वडभागी
गुरु की सेवा दुःख ना लागी।
गुरु का सबद ना मेटे कोई
गुरु नानक नानक हर सोए।