तेरे दरबार आकर हम सांवरिया
तेरा दीदार हम कर रहे हैं
मेरी नैया के तुम हो खिवैया
मौज सरकार हम कर रहे हैं ।
थी गरीबी सुदामा की भारी
पर भजन रात दिन था तुम्हारा
आये दर्शन को माँगा है कुछ न
आप दोनों जहाँ दे रहे हैं ।।
तेरे दरबार आकर हम सांवरिया
तेरा दीदार हम कर रहे हैं
मेरी नैया के तुम हो खिवैया
मौज सरकार हम कर रहे हैं ।
मीरा नरसी हैं तेरे दीवाने
गाते हैं नाम जिनके जमाने
पास में कुछ भी न मेरे मोहन
आसुंओ को चढ़ा दी रहे हैं ।।
तेरे दरबार आकर हम सांवरिया
तेरा दीदार हम कर रहे हैं
मेरी नैया के तुम हो खिवैया
मौज सरकार हम कर रहे हैं ।