होरी खेलन पधारो श्री वृन्दावन में।।
श्यामा खेलन पधारो श्री वृन्दावन में।
राधे खेलन पधारो श्री वृन्दावन में।।
श्री वृन्दावन में, श्री मधुबन में।होरी खेलन पधारो श्री वृन्दावन में।।
आयी बसंत बहार, करे कोयल पुकार।
करे रंगन फुहार, श्री वृन्दावन में।होरी खेलन पधारो श्री वृन्दावन में।।श्यामा खेलन पधारो श्री वृन्दावन में।
राधे खेलन पधारो श्री वृन्दावन में।।
करके सोलह सृंगार। और मिलके ब्रिज नार।
गावे होरी की धमार, श्री वृन्दावन में।होरी खेलन पधारो श्री वृन्दावन में।।श्यामा खेलन पधारो श्री वृन्दावन में।
राधे खेलन पधारो श्री वृन्दावन में।।
लिए हाथन गुलाल मारी पिचकारी की धार।लिए हाथन गुलाल मारी पिचकारी की धार।रंग सो रंग दियो नन्द कुमार, श्री वृन्दावन में।होरी खेलन पधारो श्री वृन्दावन में।।श्यामा खेलन पधारो श्री वृन्दावन में।
राधे खेलन पधारो श्री वृन्दावन में।।