भूलूंगा ना श्याम कभी दरबार तेरा। खींचकर लाया मुझको बाबा प्यार तेरा।
तीन बाण के धारी तेरी महिमा अपरंपार है। जिनका ना है कोई उसका तू ही पालनहार है। हारे का सहारा तू ही तू ही सिरजनहार है। हार गए ऋषि मुनि ना पाया पार तेरा।खींचकर लाया मुझको बाबा प्यार तेरा।
भूलूंगा ना श्याम कभी दरबार तेरा। खींचकर लाया मुझको बाबा प्यार तेरा।
मां का आशीर्वाद लेकर महाभारत में आए थे। श्याम की महिमा का पूरा जान नहीं पाए थे। प्रभु ने मांगा था दान शीश का चढ़ाए थे। सदा अमर दुनिया में रहेगा नाम तेरा। खींचकर लाया मुझको बाबा प्यार तेरा।
भूलूंगा ना श्याम कभी दरबार तेरा। खींचकर लाया मुझको बाबा प्यार तेरा।
भीम पौत्र दानी तेरे जज्बे को सलाम है। नीले घोड़े वाले तेरे हाथों में लगाम है। पढ़े जो मुसीबत तूने हाथ लिया थाम है। कभी भुला ना पाए हम एहसान तेरा। खींचकर लाया मुझको बाबा प्यार तेरा।
भूलूंगा ना श्याम कभी दरबार तेरा। खींचकर लाया मुझको बाबा प्यार तेरा।