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श्याम भजन लिरिक्स

Sawre ke rahte tum kahe ghabrate ho,सांवरे के रहते तुम काहे घबराते हो,shyam bhajan

सांवरे के रहते तुम, काहे घबराते हो,



तर्ज :- श्याम तेरे भक्तों को तेरा ही सहारा है



श्याम पर भरोसा है, फिर काहे घबराते हो ,
सांवरे के रहते तुम, काहे घबराते हो,
तुम्हे छोड़कर जो गया ही नहीं, उससे काहे बुलाते हो,सांवरे के रहते तुम, काहे घबराते हो।



सूखते नहीं है प्रभु, ये हाथों के छाले तेरे,
नाव खेने से फुर्सत नहीं, कब मरहम लगाते हो,
सांवरे के रहते तुम, काहे घबराते हो।



तुम्हें छोड़ कर के भक्तों को, कभी जाते नहीं देखा,फिर भी कहते है भक्त तेरे ,तुम दे देरी से आते हो ।सांवरे के रहते तुम, काहे घबराते हो,



जो कुछ भी पास तेरे, तुम्हे मेहनत से कमाया है,
अपनी सारी कमाई प्रभु, तुम भक्तों पर लुटाते हो,सांवरे के रहते तुम, काहे घबराते हो।



काम प्रभु का इतना प्रभु ,तुम्हें बनवारी फुर्सत नहीं,इसलिए काम खुद का, तुम भक्तों सेे कराते हो,सांवरे के रहते तुम, काहे घबराते हो।



श्याम पर भरोसा है, फिर काहे घबराते हो ,
सांवरे के रहते तुम, काहे घबराते हो,
तुम्हे छोड़कर जो गया ही नहीं, उससे काहे बुलाते हो।सांवरे के रहते तुम, काहे घबराते हो।

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