सुन लो जी सुनो दूल्हा बने भंडारी। सजधज कर बैठे कर नंदी की सवारी। छाई खुशियां अपार, सब बोले जय जयकार। सब झूमे नाचे गाए क्या बात है। देखो देखो भोलेनाथ लेकर भूत प्रेत साथ, चली अजब निराली ये बारात है।
जटा गंगधार करें सर्पों की माला है। मस्तक पर तो प्यारे चंदा उजियाला है।वो तो नाग लिपटाए,तन भस्म लगाए,भोले बाबा की ये कैसी करामात है।देखो देखो भोलेनाथ लेकर भूत प्रेत साथ, चली अजब निराली ये बारात है।
ब्रह्मा विष्णु संग शुक्र सनीचर,देव आदिगण दानव और किंकर।कैसे कैसे बदरंग सब देखके है दंग,कोई करता चले जो खुरापात है।देखो देखो भोलेनाथ लेकर भूत प्रेत साथ, चली अजब निराली ये बारात है।
भीमसेन आई आज कैसी शुभ घड़ियां, खुशियों की छूट रही देखो फुलझड़ियां। झूमे धरती गगन हुए सभी प्रशन, देव पुष्पों की करे बरसात है। देखो देखो भोलेनाथ लेकर भूत प्रेत साथ, चली अजब निराली ये बारात है।
देखो देखो भोलेनाथ लेकर भूत प्रेत साथ, चली अजब निराली ये बारात है।