मेरी हैसियत से बढ़कर झोली को भर दिया है। मेरे श्याम खाटू वाले तेरा शुक्रिया है।मेरी हैसियत से बढ़कर झोली को भर दिया है।
भक्ति में हुआ मगन में विश्वास किया है तुझपर। कृपा से भरी निगाहें रहती है तेरी मुझ पर। तेरी रहमतों की बारिश से महक रहा जिया है।मेरी हैसियत से बढ़कर झोली को भर दिया है।
पकड़ा था जब से दामन मुझको था तु निहारा। होकर मैं तेरा जीता दुनिया का बनकर हारा। तेरे नाम का प्याला श्रद्धा से जो पिया है।मेरी हैसियत से बढ़कर झोली को भर दिया है।
अपनी शरण से मुझको पल भी ना दूर करना।कहे नाटी गोन आना सदा सर पे हाथ धरना।तुझको में सारा जीवन अर्पण जो कर दिया है।मेरी हैसियत से बढ़कर झोली को भर दिया है।