आज देखना है भोलेजी का ब्याह आए शिव दूल्हा बनके।
राजा हिमांचल ने मंडप सजाया है, प्रेम से पूरे परिवार को बुलाया है। ऐसा सुंदर मंडप सजा आये शिव दूल्हा बनके।आज देखना है भोलेजी का ब्याह आए शिव दूल्हा बनके।
शिवजी ने सिर पर चांद का सेहरा सजाया है, हाथों में सर्पों का का कंगना सजाया है। बूढ़े बैल पर होकर सवार आए शिव दूल्हा बनके।आज देखना है भोलेजी का ब्याह आए शिव दूल्हा बनके।
पूरी छोले दही भल्ले खीर भी बनाई है। शिवजी के खीर में भंगिया मिलाई है। देखो एक अजब नशा गया छाय आए शिव दूल्हा बनके।आज देखना है भोलेजी का ब्याह आए शिव दूल्हा बनके।
शिव की बारात में मैना घबराई है ।सर्पों की माला भोले गले में सजाई है। देखो होने ना दूंगी ब्याह आज आए शिव दूल्हा बनके।आज देखना है भोलेजी का ब्याह आए शिव दूल्हा बनके।
ब्रह्मा विष्णु इंदरजी ने मैना को समझाइ है। राजा हिमांचल ने गोरा डोली में बिठाई है। भोले डम डम डमरू बजाए आए शिव दूल्हा बनके।आज देखना है भोलेजी का ब्याह आए शिव दूल्हा बनके।
मैया भवानी भोले संग में ब्याही है। इस शुभ विवाह की सबको बधाई है। देखो देवता भी फुल है बरसाए आये शिव दूल्हा बनके।आज देखना है भोलेजी का ब्याह आए शिव दूल्हा बनके।