यो बाबा लखदातारी रे, खाटू वाले श्याम धनी की महिमा न्यारी रे।
हारे का यो बने सहारा लीले का असवार। मोर छड़ी के एक झाड़े से हो जा बेड़ा पार। ये होजा दूर बीमारी रे।।खाटू वाले श्याम धनी की महिमा न्यारी रे।यो बाबा लखदातारी रे, खाटू वाले श्याम धनी की महिमा न्यारी रे।
कोई आवे पेट पलंनिया कोई है पैदल आता। रींगस से लेकर निशान बाबा का दर्शन पाता। ओ जाने दुनिया सारी रे। खाटू वाले श्याम धनी की महिमा न्यारी रे।यो बाबा लखदातारी रे, खाटू वाले श्याम धनी की महिमा न्यारी रे।
आरती शर्मा तेरी लाडली तेरा ही गुण गावे। तने रिझावन खातिर बाबा नए-नए भजन बनावे।इनपे किरपा थारी रे।खाटू वाले श्याम धनी की महिमा न्यारी रे।यो बाबा लखदातारी रे, खाटू वाले श्याम धनी की महिमा न्यारी रे।