श्याम सलोना मेरी नैया पार लगाएगा । हारेका वो सहारा, है दीन दुखी का प्यारा, श्याम सलोना मेरी नैया पार लगाएगा।
नाव भले अटकी पर पार तो होगी। सच्चे भक्तों की कभी हार ना होगी। चारों तरफ अंधियारा दूर भले हो किनारा। चारों तरफ अंधियारा दूर भले हो किनारा ।श्याम सलोना मेरी नैया पार लगाएगा।
भेष बदलकर के आता है कन्हैया, भक्तों की नैया का यही है कि खिवैय्या। समझना कोई पाया ऐसी इसकी माया। समझना कोई पाया ऐसी इसकी माया। श्याम सलोना मेरी नैया पार लगाएगा ।
जिनको भरोसा है आजमाता वही है। इनके रहते वो कभी डूबा नहीं है ।लहरों से वह लड़ता तूफानों से ना डरता। लहरों से वह लड़ता तूफानों से ना डरता। श्याम सलोना मेरी नैया पार लगाएगा।
श्याम सलोना मेरी नैया पार लगाएगा । हारेका वो सहारा, है दीन दुखी का प्यारा, श्याम सलोना मेरी नैया पार लगाएगा।