पार न पाया ओ मेरे बाबा तेरा पार न पाया। मेहंदीपुर वाले बालाजी तेरी अद्भुत माया।
महावीर रणधीर कपि बजरंगबली कहलाता है। मुनि मनरंजन असुर निकंदन भय तुझसे भय खाता है। हर संकट से मुक्त हुआ जो तेरी शरण में आया।मेहंदीपुर वाले बालाजी तेरी अद्भुत माया।
पार न पाया ओ मेरे बाबा तेरा पार न पाया। मेहंदीपुर वाले बालाजी तेरी अद्भुत माया।
निर्बल को बल निर्धन को धन अज्ञानी को ज्ञान दिया। तेरे दर जो आया उसको मनचाहा वरदान दिया। तुमने अपने भक्तजनों का सोया भाग्य जगाया। मेहंदीपुर वाले बालाजी तेरी अद्भुत माया।
पार न पाया ओ मेरे बाबा तेरा पार न पाया। मेहंदीपुर वाले बालाजी तेरी अद्भुत माया।
विप्र सतीश कहे बालाजी विनती ना ठुकरा देना। हम चरणों में शीश झुकाते दया कलश छलका देना। यह संजय सोनी भजनों की भेंट चढ़ाने आया। मेहंदीपुर वाले बालाजी तेरी अद्भुत माया।
पार न पाया ओ मेरे बाबा तेरा पार न पाया। मेहंदीपुर वाले बालाजी तेरी अद्भुत माया।