तर्ज,श्याम तुझ से मिलने का सत्संग
गोरा तूने अपने लिए,कैसा वर ढूंढा है।कहती है सब सखियां,तेरा वर जोगी है।
गौरा तेरे दूल्हे के शीश पर मुकुट नहीं, मुकुट नहीं तो क्या मेरा वर गंगा वाला है।गोरा तूने अपने लिए,कैसा वर ढूंढा है।कहती है सब सखियां,तेरा वर जोगी है।
गौरा तेरे दूल्हे के माथे पर तिलक नहीं, तिलक नहीं तो क्या मेरा वर चंदा वाला है।गोरा तूने अपने लिए,कैसा वर ढूंढा है।कहती है सब सखियां,तेरा वर जोगी है।
गौरा तेरे दूल्हे के गले में हार नहीं, हार नहीं तो क्या मेरा वर नागों वाला है।गोरा तूने अपने लिए,कैसा वर ढूंढा है।कहती है सब सखियां,तेरा वर जोगी है।
गौरा तेरे दूल्हे के हाथों में घडियां नहीं, घड़ियां नहीं तो क्या मेरा वर डमरू वाला है।गोरा तूने अपने लिए,कैसा वर ढूंढा है।कहती है सब सखियां,तेरा वर जोगी है।
गौरा तेरे दूल्हे के अंगों में सूट नहीं, सूट नहीं तो क्या मेरा वर बाघम्बर वाला है।गोरा तूने अपने लिए,कैसा वर ढूंढा है।कहती है सब सखियां,तेरा वर जोगी है।
गौरा तेरे दूल्हे के पैरों में जुते नहीं, जुते नहीं तो क्या मेरा वर खड़ाऊ वाला है।गोरा तूने अपने लिए,कैसा वर ढूंढा है।कहती है सब सखियां,तेरा वर जोगी है।