तिरछी निगाहों वाले ओ सबके मन मोहैया। एक सीधी नजर तु मुझ पर अब डाल दो कन्हैया।
टेढ़े खड़े-खड़े ओ बंसी बजाने वाले। किस्मत की चाल सीधी कर दे ओ जगत रचैया।
सब स्वार्थ के है संगी सच्चा तेरा सहारा। ओ सांवरे सिवा तेरे कोई नहीं हमारा। तुम ही सखा सगा है, तूं माय बाप भैया।
तिरछी निगाहों वाले ओ सबके मन मोहैया। एक सीधी नजर तु मुझ पर अब डाल दो कन्हैया।
क्यों और किसी से कान्हा कोई आस मैं लगाऊं। क्यों और किसी के आगे यह हाथ में फैलाऊं। मुझको भी सारे सुख दे, सबको सब सुख देवैया।
तिरछी निगाहों वाले ओ सबके मन मोहैया। एक सीधी नजर तु मुझ पर अब डाल दो कन्हैया।
जिसका तेरी कृपा हो मनचाहा फल वो पाए। तु चाहे तो पल भर में हर बिगड़ी संवर जाए। कर भवसागर से पार मेरी नैया के खिवैया।
तिरछी निगाहों वाले ओ सबके मन मोहैया। एक सीधी नजर तु मुझ पर अब डाल दो कन्हैया।
टेढ़े खड़े-खड़े ओ बंसी बजाने वाले। किस्मत की चाल सीधी कर दे ओ जगत रचैया।
तिरछी निगाहों वाले ओ सबके मन मोहैया। एक सीधी नजर तु मुझ पर अब डाल दो कन्हैया।